दो लघुकथाः 1. हनीट्रैप, 2. अन्तर्दृष्टि
- डॉ. उपमा शर्मा1. हनीट्रैपमॉलके प्रवेश द्वार के किनारों पर लगे बड़े -बड़े होर्डिंग्स पर लिखे आकर्षक ऑफर्स ने अंजू का ध्यान अपनी ओर खींच ही लिया। आगे बढ़ते ही एक ओर सुंदर परिधानों में सजे बाई वन...
View Articleलघुकथाः गौरैया का घर
- मीनू खरेसृष्टि अपर्टमेंट्स की 9वीं मंज़िल की बाल्कनी में खड़े नन्हे नीटू ने मानसी से पूछा-"माँ गौरैया कैसी होती है?"मानसी ने बताया "गौरैया एक चिड़िया होती है।""माँ गौरैया कहाँ रहती है?""गौरैया पेड़ों...
View Articleचर्चाः यात्रावृत्तांत पर पहला विमर्श
विनोद साव, डॉ. साधना अग्रवाल,जीवन यदु,छगनलाल सोनी, विनय शरण सिंह व माझी अनंत - विनोद सावखैरागढ़गोलबाजार के बाफना भवन में हम पहुँच गए थे। हमने सभागार का दरवाजा जैसे ही खोला, तो सामने मंच सजा हुआ था जिस...
View Articleग़ज़लः1. नादाँ हूँ... 2. सूरज बन कर
- विज्ञान व्रत1. नादाँ हूँ...क्या तस्वीर बनाई थीक्या तस्वीर दिखाई दीक्या पूछो बीनाई कीतू ही तू दिखलाई दीमैंने लाख दुहाई दीउसने कब सुनवाई कीउसने आकर महफ़िल...
View Articleव्यंग्यः गुरु और शिष्य की कहानी
- अख़्तर अलीजबभी कोई खस्ता हाल आदमी दिखे, जो उजड़ा हुआ चमन- सा महसूस हो तो समझ जाना ये बहुत से कामयाब चेलों का गुरु है और जब भी किसी आलीशान बंगले में और खूबसूरत कार में महँगे लिबास वाला कोई शख्स...
View Articleकविताः मुझमें हो तुम
- सांत्वना श्रीकांतजब लौट जाते होतो आखिर में थोड़ाबच जाते हो तुम मुझमें।मेरी आँखों की चमकऔर नरम हथेलियों केगुलाबीपन मेंया निहारती हुईअपनी आँखें मेंछोड़ जाते हो मुझमेंबहुत कुछ-जो एकटक तकती रहती हैंमेरे...
View Articleकविताः दे जाना उजास वसंत
- निर्देश निधिवसंत तुम्हें देखा है कई बार फूलों वाली बगिया में टहलते हुए सूनी टहनियों पर चुपचाप मासूम पत्तियाँ सिलते हुए अनमने हो गए जी को आशा की ऊर्जा पिलाते हुए बड़े प्यारे लगे मुझे तुम जोहड़ की ढाँग...
View Articleकालजयी कहानीः बट बाबा
- फणवीश्वरनाथ रेणुगाँवसे सटे, सड़क के किनारे का वह पुराना वट-वृक्ष।इस बार पतझ्ड़ में उसके पत्ते जो झड़े, तो लाल-लाल कोमल पत्तियों को कौन कहे, कोंपल भी नहीं लगे। धीरे-धीरे वह सूखता गया और एकदम सूख...
View Articleसंस्मरणः एक खूबसूरत तस्वीर
- देवी नागरानीबचपनकी यादों में शामिल है उस कॉन्वेंट स्कूल के दिन, जहाँ क्रिश्चियन माहौल में चारों ओर शिक्षिकाओं के स्थान पर वहाँ स्थापित मठवासिनी महिलाएँ हमें दो तीन बार गिरिजाघर ले जातीं, जहाँ हम...
View Articleविकासः फैशन को टीकाऊ बनाना होगा
- अपर्णा विश्वनाथमनुष्योंने अपनी बेहिसाब जरूरतों की आपूर्ति और बाकी सुख-सुविधाएँ भी पृथ्वी से प्राप्त की, न कि अन्य ग्रहों से। ऐसा इसलिए भी कि नौ ग्रहों में पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है, जिसमें जीवन...
View Articleखान- पानः सब्ज़ियाँ अब उतनी पौष्टिक नहीं रहीं
तंदुरुस्तबने रहने के लिए जंक फूड, तला-भुना खाने की बजाय अक्सर फल, सलाद, सब्ज़ियों को भोजन मेंशामिल करने की सलाह दी जाती है। लेकिन हम शायद इस बात से अनभिज्ञ हैं कि पिछले सत्तर सालों में इन ‘सेहतमंद’...
View Articleकविताः बसन्त की अगवानी
– नागार्जुनदूर कहीं पर अमराई में कोयल बोलीपरत लगी चढ़ने झींगुर की शहनाई परवृद्ध वनस्पतियों की ठूँठी शाखाओं मेंपोर-पोर टहनी-टहनी का लगा दहकनेटूसे निकले, मुकुलों के गुच्छे गदराएअलसी के नीले पुष्पों पर...
View Articleकविताः बसंत आ गया
- अज्ञेयमलयज का झोंका बुला गयाखेलते से स्पर्श सेरोम रोम को कँपा गयाजागो जागोजागो सखि़ वसन्त आ गया जागोपीपल की सूखी खाल स्निग्ध हो चली सिरिस ने रेशम से वेणी बाँध लीनीम के भी बौर में मिठास देखहँस उठी है...
View Articleप्रकृतिः चारधाम हाईवे और हिमालय का पर्यावरण
- भारत डोगरा हिमालयके बारे में एक बड़ी वैज्ञानिक सच्चाई यह है कि ये पर्वत बाहरी तौर पर कितने ही भव्य व विशाल हों, पर भू-विज्ञान के स्तर पर इनकी आयु अपेक्षाकृत कम है, इनकी प्राकृतिक निर्माण प्रक्रियाएँ...
View Articleदोहेः लौट आये श्री राम
- शशि पाधाजन्म स्थली निज भवन में, आए हैं श्री राम।मुदित मन जग देखता, मूरत शुभ अभिराम।।दिव्य ज्योत झिलमिल जली, राम लला के धाम। निशितारों ने लिख दिया, कण कण पर श्री राम।।स्वागत में मुखरित हुई, सरयू की...
View Articleधर्म- संस्कृतिः दशावतारों के साथ अवतरित हुए भगवान राम
- प्रमोद भार्गवअयोध्यामें भगवान राम बाल रूप ने दशावतारों के साथ प्रगट हो गए है। यदि इसे सृष्टि एवं जैविक विकास के क्रम में देखें तो दशावतार की अवधारणा अत्यंत प्रामाणिक है। इस परिप्रेक्ष्य में चार्ल्स...
View Articleअनकहीः जा पर कृपा राम की होई..
. - डॉ. रत्ना वर्माजबआपके चारो ओर खुशहाली का माहौल हो तो कैसा लगता है, खिली धूप, स्वच्छ हवा, हरी- भरी वादियाँ, नीला आसमान, मन को सुकून देने वाली चाँदनी रातें... और लता एक खूबसूरत गाना- ये रात ये...
View Articleउदंती.com, फरवरी- 2024
चित्रः डॉ. सुनीता वर्मा, भिलाई (छ.ग.) वर्ष - 14, अंक - 6 यदि आप स्वयं प्रसन्न हैं,तो जिंदगी उत्तम है।यदि आपकी वजह से लोग प्रसन्न हैं,तो जिंदगी सर्वोत्तम है।इस अंक में अनकहीःजा पर कृपा राम की होई... -...
View Articleशोधः वृद्धावस्था थामने की कोशिश
हर किसी की तमन्ना होती है कि लंबा जिए; लेकिन शरीर जवां और तंदुरुस्त बना रहे। अब यह तमन्ना सेनोलिटिक्स औषधियों से पूरी होने का दावा किया जा रहा है।जीर्णता (या सेनेसेंस) उम्र बढ़ने की प्रक्रिया है।...
View Articleआलेखः महतारी वंदन योजना- महिलाओं को मिली खुशियों की गारंटी
- श्रीमती रीनू ठाकुरसहायक जनसंपर्क अधिकारीप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छत्तीसगढ़ की महिलाओं को दी गई गारंटी को पूरा कर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में नई सरकार ने महिला...
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