अनकही
सबक सिखाने का समय...- डॉ. रत्नावर्मापिछलेमहीनेपुलवामामेंसीआरपीएफ़केकाफि़लेपरकियागयाआत्मघातीहमला,...
View Articleगीत
हेमातृभूमि- रामप्रसादबिस्मिलहेमातृभूमि ! तेरेचरणोंमेंशिरनवाऊँ।मैंभक्तिभेंटअपनी, तेरीशरणमेंलाऊँ।।माथेपेतूहोचंदन, छातीपेतूहोमाला ;जिह्वापेगीततूहोमेरा, तेराहीनामगाऊँ।।जिससेसपूतउपजें,...
View Articleइस अंक में
उदंती.com, मार्च2019विशेष अंकगीत-हे मातृभूमि- राम प्रसाद बिस्मिलअनकहीः सबक सिखाने का समय ...-डॉ. रत्नावर्मासंस्मरणःशहीदों की याद में- डरभीजिसकेआगेकाँपताथा- कैप्टनसुशीलखजुरिया-शशिपाधाकविताःसरहदों पर...
View Articleहास्य- व्यंग्य
घायलवसंत-हरिशंकरपरसाईकलबसंतोत्सवथा।कविवसंतकेआगमनकीसूचनापारहाथा-प्रिय, फिरआयामादकवसंत।मैंनेसोचा, जिसेवसंतकेआनेकाबोधभीअपनीतरफसेकरानापड़े,...
View Articleअनकही
सबक सिखाने का समय...- डॉ. रत्नावर्मापिछलेमहीनेपुलवामामेंसीआरपीएफ़केकाफि़लेपरकियागयाआत्मघातीहमला,...
View Articleजीवन दर्शन
अनुक्रिया एवं प्रतिक्रिया- विजय जोशी(पूर्व ग्रुप महाप्रबंधक, भेल, भोपाल)जीवनमें हमारे साथ कोई घटना घटित होने पर केवल दो ही स्थिति उभरती हैं, प्रथम यह कि या तो हम सामने वाले के प्रति को अनुकूल क्रिया...
View Articleप्रेरक
आईने में हम-रचना गौड़ ‘भारती’शब्दोंका इस्तेमाल जब आवाज़ के साथ होता है तो उसे बोलना कहते हैं। बात दोनों प्रकार की होती है एक प्रभाव डालने वाली और दूसरी बिगाड़ने वाली। संचार की मुख्य क्रिया बोलना है। विचार...
View Articleसेहत
प्रति व्यक्ति शराब की खपत दोगुनी हुई- भरत डोगरावर्ष 2005 से 2016 के बीच भारत में प्रति व्यक्ति शराब उपभोग दुगने से भी ज़्यादा हो गया है। 2005 में भारत में प्रति व्यक्ति अल्कोहल उपभोग 2.4 लीटर था जबकि...
View Articleव्यंग्य
किसे वोट देंगी आप ?- डॉ. रत्ना वर्माअबचुनाव प्रचार दरवाजे पर है। प्रत्याशी हाथ जोड़ रहे हैं और अखबार वाले मतदाताओं को टटोल रहे हैं।जहाँ ब्यूटीपार्लर का विज्ञापन दीवार पर है, ठीक उसके नीचे हाथी छाप को...
View Articleकहानी
खुद्दार-डॉ. आशा पाण्डेयहरे-पीले, पके-अधपके आमों से लदे पेड़ों का बगीचा। बीच से निकली है सड़क । बगीचे को पार करती हुई मेरी कार एक घने आम के पेड़ के नीचे रुक जाती है। हम सभी कार से उतरते हैं। नीचे,पेड़ की...
View Articleकविता
क्षणिकाएँगीत बना गा लेना- प्रियंका गुप्ता1तुमनेशब्द कहे थे;मैंनेअर्थ जी लिया।2सूरजकतरा कतरा पिघल केबह गया,धरती बूँद बूँदपीती गई;ऐसे ही तोसृष्टि बनी।3मुझेगीत बना गा लेना,यानज़्म की तरहलिख लेना;मैं हवा की...
View Articleलघु कथा
विक्रम सोनी की चार लघुकथाएँ1-कारणचमचमाती, झंडीदार अंबेसडर कार बड़े फौजी साज–सामान बनानेवाली फैक्टरी के मुख्य द्वार से भीतर समा गई। नियत स्थान पर वे उतरे। अफसरान सब पानी जैसे होकर उनके चरणों को पखारने...
View Articleधर्म संस्कृति
छत्तीसगढ़ में माता की उपासना- सुशील भोलेसतबहिनिया माता की पूजा परंपरा...छत्तीसगढ़की मूल संस्कृति इस देश में प्रचलित वैदिक या कहें शास्त्र आधारित संस्कृति से बिल्कुल अलगहटकर एक मौलिक और स्वतंत्र...
View Articleपर्व संस्कृति
छत्तीसगढ़ के जसगीत-संजीव तिवारीछत्तीसगढ़में पारंपरिक रूप में गाये जाने वाले लोकगीतों में जसगीत का अहम स्थान है। छत्तीसगढ़ का यह लोकगीत मुख्यत- क्वांर व चैत्र नवरात में नौ दिन तक गाया जाता है। प्राचीन...
View Articleसामयिक
चंदा को चर गया भ्रष्टाचार- डॉ. महेश परिमलअभी-अभीहमारे बहुत ही करीब से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस गुजरा। इसके पहले जब भी सफल महिलाओं की बात होती, तो एक नाम अवश्य उभरता, जो इस साल पूरी तरह से भुला दिया...
View Articleसंस्मरण
फिर मिलूँ मैं न मिलूँ दीदार तो कर लो -मंजूषा मन उसदिनहमारीकालोनीकेमहिलामंडलकीबैठकथी।यूँमुझेऐसीबैठकोंमेंशामिलहोनापसन्दनहीं... परउसदिनमहिलामंडलकीअध्यक्षमहोदयाकाविदाईसमारोहभीथा......
View Articleशताब्दी विशेष
‘जलियाँवालाबाग़गोलीकांड’ अप्रैलकाकालाऔरक्रूरतम दिन- डॉ. कुँवरदिनेशसिंहअमेरिकीकविएलियटकीबहुचर्चितउक्ति-"अप्रैलएकक्रूरतममाहहै"केबहुत-सेमानीनिकालेजातेरहेहैं,...
View Articleचुनाव
नई लोकसभा की तकदीर लिखेंगे युवा-प्रमोद भार्गव देशकी सत्रहवीं लोकसभा की तकदीर लिखने में युवाओं की अहम एवं निर्णायक भूमिका होगी। गोया, सभी राजनीतिक दलों की निगाहें युवाओं पर टिकी हैं। बढ़ती...
View Articleचिंतन
राजनैतिक बुजुर्गों से- भगवानदास केला---------------------------------------------प्रस्तुत आलेख मासिक पत्रिका ‘ जीवन साहित्य’ वर्ष-14, अंक-1, जनवरी- 1953 से साभार लिया गया है। इसमें लेखक ने आजादी के बाद...
View Articleअनकही
लोकसभा चुनाव- वादे और इरादे... - डॉ. रत्ना वर्मापाँचसाल में होने वाले चुनावों में जनता किस आधार पर वोट देती है, अब इसका चुनावी विश्लेषण शुरू हो गया है। बड़े- बड़े विशेषज्ञ अपनी अपनी राय जाहिर...
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