स्मरण
केवल विचारों से नहीं व्यवहार में भी प्रतिबद्ध थेप्रभाकर चौबे- विनोद साव मुक्तिबोधअपने समय में अकेले अकेले से रहने वाले लेखक थे। महाराष्ट्र मंडल, रायपुर के आयोजन में तब यह बताया...
View Articleयात्रा संस्मरण
मुक्तेश्वर! नहीं भूल सकूँगी तुम्हें -डॉ. आरती स्मित मुक्तेश्वर !उत्तराखंड पर्वत -शृंखला का मनमोहक स्थल! चीड़ और देवदार से घिरा, वन का संगीत सुनाता हुआ, अपने पास बुलाता हुआ -सा! ऊँचाई पर गर्व से सिर...
View Articleयात्रा संस्मरण
अद्भुत शिल्प का शहर महाबलीपुरम्- भावना सक्सैनाजीवनकी अमूल्य निधि है स्मृतियाँ। कभी कभी बरसों पहले का पढ़ा हुआ स्मृति-पटल पर कुछ इस तरह अंकित हो रहता है कि वह सतत एक पथ की ओर धकेलता रहता है।बरसों पहले...
View Articleमेला संस्कृति
मकरसंक्रांतिकाबरमानमेला- बाबामायाराम कलकादिनबरमानमेलामेंबीता।बरमान, नरसिंहपुरजिलेमेंहै।जहाँसेनर्मदानदीगुजरतीहै, औरनर्मदाकेकिनारेलगनेवालेप्रसिद्धमेलोंमेंसेएकबरमानमेलाहै।क्याबुजुर्ग, क्याजवान,...
View Articleयात्रा संस्मरण
बनारस की गलियाँ और पान की मिठास- डॉ. रत्ना वर्माबीते साल 2018 के अंतिम सप्ताह बहनों के साथ मैं बनारस की यात्रा पर थी। बहाना था बी.एच. यू .में भतीजी का दीक्षांत समारोह। चित्रों और फिल्मों में बनारस के...
View Articleसंस्मरण
ॠतु–गीत की खामोशीआयो वसंता... सखी बन फूले रे ...- कमला निखुर्पाउत्तरांचलकी हरी–भरी पहाड़ियों में धीरे–धीरे सुबह का उजाला फैलने लगा। मां ने मुझे जगाया और खिड़की खोल दी। धूप की किरणें मेरे घर की खिड़की से...
View Articleयादें
भारत-म्याँमार सीमा क्षेत्रअनाम सैनिक- शशि पाधाअस्सी के दशक की बात है, भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में बहुत तनाव की स्थिति थी। मणिपुर–नागालैंड के जंगली प्रदेशों में उग्रवादियों ने आतंक फैला रखा था। देश...
View Articleअनकही
चुनाव और जनता की उम्मीदें - डॉ. रत्ना वर्मा नये साल का स्वागत हम हर बार कुछ अच्छा करने का संकल्प लेकर करते हैं। इसी अच्छे की उम्मीद में जाते हुए साल के अंत में जनता ने छत्तीसगढ़ सहित तीन प्रदेशों में...
View Articleइस अंक में
उदंती.com जनवरी 2019 हरवहचीज़जहरहै,जोआवश्यकतासेअधिकहैफिरचाहेवह, धनहो, भूखहोयाफिरताकत-गौतमबुद्धसंस्मरणविशेषअनकहीःचुनाव और जनता की उम्मीदें - डॉ. रत्ना वर्मायादेंः भारत-म्याँमार सीमा क्षेत्रः अनाम...
View Articleअनकही:
लाल बत्ती संस्कृति...-डॉ. रत्ना वर्मासंस्कृतिकिसी भी मानव सभ्यता की पहचान होती है, उसकी अमूल्य निधि होती है। जाहिर है यदि मनुष्य को बेहतर सांस्कृतिक पर्यावरण नहीं मिलेगा, तो वह एक अच्छा इंसान नहीं बन...
View Articleअनकही
कितने अँधेरे औरकब तक? - रत्ना वर्मा हालही में हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने मन की बात कार्यक्रम में दीपावली की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि देशवासी दीवाली का दीया जलाकर गरीबी, निरक्षरता और...
View Articleप्रेरक
कुँए में मत कूदो! -निशांत मिश्राआपजब छोटे थे तब आप ऐसे बहुत से काम करना चाहते थे जो आपके माता-पिता या शिक्षकों को पसंद नहीं थे जब आप उन कामों को करने के लिए हठ करते तब आपसे यह कहा जाता था, 'अगर दूसरे...
View Articleजीवन दर्शन
जिज्ञासा से संवरे जीवन- विजयजोशी(पूर्वग्रुपमहाप्रबंधक, भेल, भोपाल)इंसानीभूखदोकिस्मकीहोतीहै।एकआंतरिकयाजिस्मानीजैसेरोटी, कपड़ा, मकानऔरदूसरीआंतरिकयारूहानीजिसेआपजिज्ञासाकानामदेसकतेहैं।...
View Articleकविता
ऋतुवसंतकीआई - देवेन्द्रराज सुथारयेपीलेसरसोंकेखेत येलहरातानीलगगनइन्द्रधनुषीछटाछाईंयेकलकलकरतीनदी येपक्षियोंकाकलरव सोलहशृंगारकरघूँघटमेंप्रकृतिजोहौलेसेमुस्कुराईंउठो !...
View Articleयादें
कला की रुपरेखाकविसूर्यकांतत्रिपाठीनिरालाजीकेजीवनकिस्सोंसेभरापड़ाहै।उनकीसहृदयताऔरदूसरोंकीमददकरनेकेकिस्सोंमेंयहसबसेमशहूरकिस्साहै।...
View Articleहास्य व्यंग्य
घायलवसंत-हरिशंकरपरसाईकलबसंतोत्सवथा।कविवसंतकेआगमनकीसूचनापारहाथा-प्रिय, फिरआयामादकवसंत।मैंनेसोचा, जिसेवसंतकेआनेकाबोधभीअपनीतरफसेकरानापड़े,...
View Articleमहानदी
छत्तीसगढ़कीजीवनदायिनीनदीछत्तीसगढ़तथाउड़ीसाअंचलकीसबसेबड़ीनदीहै।प्राचीनकालमेंमहानदीकानामचित्रोत्पलाथा।महानन्दाएवंनीलोत्पलाभीमहानदीकेहीनामहैं।महानदीकाउद्गमरायपुरकेसमीपधमतरीजिलेमेंस्थितसिहावानामकपर्वतश्रेण...
View Article