Quantcast
Channel: उदंती.com
Viewing all articles
Browse latest Browse all 2168

पर्व संस्कृति

$
0
0
पावनप्रेमकाप्रतीकरक्षाबंधन
-डॉपूर्णिमाराय
रक्षाबन्धनगया, बहनाकालेप्यार।
दिवस'पूर्णिमा'करसजे,रक्षाबंधनतार।।
आत्मीयताऔरस्नेहकेबंधनसेरिश्तोंकोमजबूतीप्रदानकरनेकापर्वरक्षाबंधनश्रावणमासकीपूर्णिमाकोमनायाजाताहै।भारतीयसमाजमेंव्यापकताऔरगहराईसेसमाएहुएइसपरकेदिनलड़कियाँऔरमहिलाएँपूजाकीथालीसजाकरअपनेभाईकोराखीबाँधनेकेलिएजातीहै।अभीष्टदेवताकीपूजाकरनेकेबादरोलीयाहल्दीकाटीकालगाकरभाईकीआरतीउतारतीहैऔरदाहिनीकलाईपरराखीबाँधतीहैं।इसकेबदलेमेंभाईबहनकीरक्षाकावचनलेताहैऔरउसेउपहारमेंकोईधनराशियाकोईअमूल्यवस्तुप्रदानकरताहै।
रक्षाबंधनतार, राखियाँप्यारीचमके
शाश्वतकेवलप्यार, बहनकेमुखपेदमके।
राखीकेरंग-बिरंगेधागेबहन-भाईकेरिश्तेकोदृढ़ताप्रदानकरतेहैं।बहन-भाईकेप्रेमकासूचकयहत्यौहारदेशकाल, भाषा-जातिकीसीमाओंसेपरेगुरु- शिष्यकिरिश्तेकोभीराखीकेपवित्रधागोंमेंबाँधताहै।कहतेहैंजबकभीशिष्यगुरुकुलसेशिक्षालेकरविदाहोताथातोशिष्यअपनेगुरुकाआशीर्वादपानेकेलिएअपनेआचार्यकोराखीबाँधता  था।इतनाहीनहींगुरुभीशिष्यकोराखीबाँधताथाताकिवहप्राप्तज्ञानकोअपनेजीवनमेंबखूबीअमलीजामापहनाए।
राखीकाउपहार,मुझेयहदेदोभिक्षा
महकेआँगन-प्यार, बहनकीहरदमरक्षा।।
दोपरिवारोंऔरफूलोंकोजोड़नेवालापर्वरक्षाबन्धनकबशुरूहुआकोईनहींजानता;लेकिनपौराणिकमान्यताकेअनुसारजबदेवताओंऔरदानवोंमेंयुद्धहुआतबदेवतादानवोंकोहावीहोतेदेखकरघबरागए।देवताइंद्रउससमयबृहस्पतिकेपासगएउसवक्तइंद्रकीपत्नीइंद्राणीनेरेशमकाधागामंत्रोंकीशक्तिसेपवित्रकियाऔरअपनेपतिकेहाथमेंबाँधदिया।लोगोंकाविश्वासहैकिइसीधागेकीमंत्रशक्तिसेदेवताविजयीहुए।धनशक्तिहर्षऔरविजयसेसमर्थयहधागारक्षाकवचकाकामकरताहै।श्रीमद्भागवत्मेंवामनअवतारकेअनुसारजबराजाबलिने100 यज्ञपूरेकरलिएऔरस्वर्गकाराज्यछीननेकाप्रयासकियातोइंद्रआदिदेवताओंनेभगवानविष्णुसेप्रार्थनाकीतबभगवानविष्णुवामनअवतारलेकरब्राह्मणकावेशधारणकरकेराजाबलिसेभिक्षामांमाँनेगएगुरुकेबार-बारमनाकरनेपरभीबलिनेतीनपगभूमिभगवानविष्णुकोदानमेंदेदी।उसवक्तभीश्रावणमासकीपूर्णिमाकाहीदिनथाभगवान्विष्णुनेतीनपगमेंसाराआकाश -पातालऔरधरतीकोनापलियाएवंराजाबलिकोरसातलमेंभेजदिया।राजाबलिनेअपनीदृढ़भक्तिसेभगवानविष्णुकोअपनेपासरहनेकावचनलेलिया।जबभगवानविष्णुघरनहींपहुँचे,तोलक्ष्मीजीपरेशानहोकरनारदमुनिकेपासगई।नारदमुनिनेउन्हेंएकउपायबताया।लक्ष्मीजीनेनारदमुनिकेउपायकेअनुसारराजाबलिकोरक्षाबंधनबाँधकरभाईबनालियाऔरअपनेपतिकोवापसलेआई।
कहतेहैंरक्षाबंधनकादिनकेरलतमिलनाडु,महाराष्ट्रऔरउड़ीसाकेयज्ञोपवीतब्राह्मणोंकेलिएबहुतमहत्त्वपूर्णहैइसदिनमेंवहनदीयासमुद्रकेतटपरस्नानकरनेकेबादऋषियोंकातर्पणकरनयायज्ञोपवीतधारणकरतेहैंअर्थातबीतेसमयकीपापोंको, कलुषितभावनाओंकोत्यागकरनयाजीवनजीनेकीप्रतिज्ञाकरतेहैं।
मनमोहकराखीचमक,फैलीचारोंओर।
बहन-प्रेमकेसामने,किसकाचलताजोर।।
किसकाचलताजोर,बदलगईमनभावना।
येरेशमकीडोर,फैलायेसद्भावना।।
देखेंजोइतिहास,मिलाकर्मवतीकोहक।
जागेमनविश्वास,धर्मभाईमनमोहक।।
मेवाड़केराजाबहादुरशाहनेजबमेवाड़परआक्रमणकरदियातबरानीकर्मवतीनेमुगलबादशाहहुमायूँकोधर्मभाईबनायाथाऔरअपनेराज्यकीरक्षाकरनेकेलिएराखीऔरपत्रभेजाथा।हुमायूंनेमुसलमानहोतेहुएभीहिन्दूबहनकर्मवतीकीरक्षाकीथी।सिकंदरकीपत्नीनेअपनेपतिकेहिन्दूशत्रुपोरसकोराखीबाँधीथीऔरमुँहबोलाभाईबनायाथाऔरवचनलियाथाकिवहयुद्धमेंउसकेपतिसिकंदरकोनहींमारेगाइसीकेफलस्वरूपपोरसनेयुद्धमेंसिकंदरकेप्राणोंकीरक्षाकीथी।महाभारतमेंभीरक्षाबंधनकाउल्लेखहुआहैजबपांडवयुधिष्ठिरनेभगवानकृष्णसेपूछाकिमैंसभीसंकटोंकोकैसेपारकरसकताहूँ।तबभगवानकृष्णनेउनकीतथाउनकीसेनाकोराखीकात्योहारमनानेकीसलाहदीकहतेहैंद्रौपदीनेभीकृष्णकोराखीबाँधीथीऔरकुंतीनेअभिमन्युकोराखीबाँधीथी।

वर्तमानसंदर्भमेंदेखेंतोआजरक्षाबंधनकेत्योहारकेप्रतिजोजज्बा, जुनून, आस्था, विश्वासऔरप्रेमधीरे-धीरेकमहोतानजररहाहै।यहीकहनाचाहूँगी,हरएकभाईसेहरेकबहनसेकिभाई-बहनकारिश्ताअपनीपवित्रतामेंअसीमहै, इसपवित्रताकोकभीभीकलुषितमतहोनेदें।आजवक्तकीकमीसबकोखलतीहै;लेकिनवक्तभीउसीकाहोताहैजोवक्तकेसाथचलताहै।अगरकभीबहनकेपाससमयनाहो,तोभाईकोखुदउसकेपासजानाचाहिएऔरअगरकभीभाईसमयनादेपाएतोबहनकोउसकेप्रतिअपनेप्रेमकोप्रदर्शितकरतेहुएबिनाकिसीनोकझोंककेराखीबाँधनेपहुँचजानाचाहिए।धनदौलतकीचकाचौंधमेंरिश्तोंकेबीचमेंदूरियाँरहीहै।धनदौलतकभीटिकतानहींहैपरजोबहनभाईकाप्यारहैवहअजर-अमरहै।  यहनासोचतेहुएकिमैंगरीबहूँयामैंअमीरहूँअपनेभाईकोक्यातोहफादूँयाअपनीबहनकोराखीकेबदलेमेंक्याउपहारदूँ।इनभावनाओंसेऊपरउठकरसच्चेमनकीप्रेमभावनासेरिश्तोंकोमजबूतबनाएँ।जिसप्रकारलक्ष्मणजीनेसीतामाताकीरक्षाकीथीउसीप्रकारलक्ष्मणजैसाभाईबनजाए।हरएकबहनकोतोहफेमेंधननहींचाहिए,उपहारनहींचाहिए।उसेचाहिएमाता-पिताकीसेवाक्योंकिबहनेविवाहकेपश्चातदूरचलीजातीहैंपरवहअपनेभाईसेयहीचाहतीहैंकिउनकेमाता-पिताकोवहसभीसुखदेताकिउनकेमाता-पिताकभीभीकिसीकेआगेहाथझुकानेकेलिएमजबूरनाहोजाएयहीतोहफ़ासबसेबड़ातोहफाहै। मेराभाईभीमेरेलिएदुनियाकासबसेप्याराभाईहैतोयहीकहूँगी-
भाईमेरासबसेन्यारा, मैंउसकीप्यारीबहना।
दूरकभीमतजानाभैया, मुझकोबसइतनाकहना।।

सम्पर्कः 55 गोकुलएवेन्यू,मजीठारोड,अमृतसर१४३००१
drpurnima01.dpr@gmail.com

Viewing all articles
Browse latest Browse all 2168


<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>